जानिए मांगलिक दोष के लक्षण और उपाय:
Manglik Dosh: ये तो आप सभी जानते होंगे की मंगल दोष होने से व्यक्ति के विवाह में बाधाएं आती है| मंगल दोष होने के कारण विवाह से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है|
आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने पाठको के लिए मंगल दोष से संबंधित जानकारी लेकर प्रस्तुत है| तो आइए जानते है मांगलिक दोष के बारे में|
कितने प्रकार का होता है मांगलिक दोष:
किसी भी व्यक्ति के जीवन में होने वाले उतार चढ़ाव का कारण उसकी कुंडली में मौजूद ग्रहों नक्षत्रों की स्थिति पर निर्भर करता है| अगर कोई एक ग्रह खराब होने पर व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है| ज्योतिष में मंगल दोष एक ऐसा दोष है जिसमे व्यक्ति के विवाह में अड़चने आती है| जिसके कारण व्यक्ति को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है| यह दोष मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव के कारण उत्पन होता है| यह मुख्य तौर पर मंगल दोष विवाहित जीवन में समस्याएं उत्पन्न करने का कारण बन सकता है|
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को सेनापति की उपाधि दी गई है| ये काफी उग्र गृह है| राशि चक्र की पहली राशि मेष और आठवी राशि वृश्चिक के स्वामी है| विवाह से पहले कुंडली अवश्य किसी योग्य ज्योतिषाचार्य को दिखानी चाहिए| अगर किसी की कुंडली में मंगल लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम, और द्वादश भाव में से किसी भी भाव में है तो इसे मांगलिक दोष कहा जाता है| इसके अलावा मांगलिक दोष को चंद्र लग्न, सूर्य लग्न, और शुक्र से भी देखते है| ऐसे में कुंडली लड़के की हो या लड़की की हो विवाह से पहले मंगल दोष को दूर करने के उपाय अवश्य करा लेने चाहिए| वरना वैवाहिक जीवन हमेशा परेशानियों से भरा रहता है| मांगलिक व्यक्ति का विवाह मांगलिक से ही करना बेहतर रहता है| ज्योतिष के अनुसार कुछ लोगो की कुंडली में केवल 28 वर्ष तक ही मंगल दोष रहता है| वहीं मेष, कर्क, वृश्चिक राशि के लोगो में भी मंगल दोष जीवन भर के लिए नही रहता| यदि कुंडली में पूर्ण या आंशिक मंगल दोष है तो विवाह से पहले कुछ उपायों को अवश्य कर लेना चाहिए| इनको करने से वैवाहिक जीवन में आने वाली परेशानियां कम होती है|
कुंडली में मंगल दोष होने पर मांगलिक दोष वाले स्त्री या पुरुष से ही शादी करनी चाहिए, ऐसा करने से इस दोष की अशुभता समाप्त होती है| इस दोष के कारण व्यक्ति के स्वभाव में उग्रता देखने को मिलती है| खासकर अहंकार के कारण इनके रिश्ते खराब होते है| धन की बचत करने में जातक को परेशानी होती है| आर्थिक स्थिति पर भी इसका बुरा असर पड़ता है| छोटी छोटी बाते बड़े झगड़े रूप ले लेती है|
मंगल दोष दूर करने के उपाय:
* भात पूजन: मांगलिक दोष दूर करने के लिए भात पूजन कराया जाता है| उज्जैन में मंगलनाथ स्थान ऐसा एकमात्र स्थान है जहां भात पूजन होता है| भात पूजन कराने से यह दोष दूर होता है|
* कुंभ विवाह: कुंभ विवाह में किसी घड़े से विवाह कराया जाता है ओर बाद में घड़ा फोड़ दिया जाता है| लेकिन कुंडली का विश्लेषण करके विद्वान ब्राह्मण की सलाह से ये किया जाना चाहिए|
* सफेद सुरमा: सफेद सुरमा 43 दिन तक लगातार आंखो में लगाने से भी मंगल दोष समाप्त होता है|
* बड़ा उपाय: मंगलवार के दिन केसरिया रंग के गणेश जी को घर में स्थापित करे और नियमित तौर पर पूजा करें,इससे भी मंगल दोष दूर होता है| साथ ही मंगल ग्रह की शांति कराना आवश्यक होता है|
* मंगल का व्रत: मंगल का व्रत करने से भी मंगल दोष का निवारण होता है